ज्योतिषी दोहे
माई माल इतना दीजीए , जो घर मे न समाय । IT को पता न चले , नहीं तो रेड पङ जाए ।। ज्योतिषी हुआ तो क्या हुआ , जैसे ठग मशहूर । ...
ज्योतिष जैसे अंधविश्वास के खिलाफ एक मुहिम
माई माल इतना दीजीए , जो घर मे न समाय । IT को पता न चले , नहीं तो रेड पङ जाए ।। ज्योतिषी हुआ तो क्या हुआ , जैसे ठग मशहूर । ...
अधिकतर व्यक्ति ज्योतिषीयो के द्वारा की जाने वाली टुल्लेबाजी के रुप मे सामान्य ज्ञान की बाते और भविष्यवाणी मे अन्तर करना नहीं जानते है। और ...
२१वीं सदी मे जो अन्धविश्वास समाप्त होना चाहिए था वह १७वीं शताब्दी से भी ज्यादा परिपक्वता के साथ अपनी जङे जमा रहा है। आज के वैज्ञानिक युग म...