यह बङे आश्चर्य की बात है कि इस ग्रुप मे उपस्थित ज्योतिषी और ज्योतिष पर अन्धा विश्वास करने वाले व्यक्ति सही टुल्लेबाजी के आधार पर ज्योतिष को सही कहते नहीं थकते है - उस ज्योतिषी ने मेरे बारे मे ऐसा कहा और वैसा ही हुआ, ज्योतिषी ने कहा नौकरी नहीं मिलेगी तो नहीं मिली, सन्तान लङका होगा तो वही हुआ, तलाक होगा तो हो गया, प्रेम विवाह नहीं होगा तो नहीं हुआ आदि आदि। ज्योतिष पर विश्वास करने वाले व्यक्ति तो नहीं जानते है कि ज्योतिष सिद्धांतो का विषय है अर्थात कुंडली से कुछ भी बताने के लिए ज्योतिष मे फलित के सिद्धांत लगाए जाते है इसलिए किसी बात के सही होने के कारण उनका ज्योतिष को सही कहना स्वाभाविक ही है लेकिन ज्योतिषी तो इस बात को अच्छी तरह से जानते है कि ज्योतिष सिद्धांतो का विषय है और सही भविष्यवाणी करने के लिए उनका सही होना आवश्यक है तभी सही भविषय बताया जा सकता है अतः ज्योतिषीयों का दायित्व है कि वह सही सिद्धांत बताए जिससे ज्योतिष सही होने की दिशा मे कदम तो बढ़ाए। यदि ज्योतिषी कुंडली देखकर सही भविष्य बता रहे है तो इसका अर्थ है कि वह सही सिद्धांत जानते है जिससे वह नौकरी लगने, विवाह सन्तान होने, व्यापार चलने, विदेश जाने, स्वास्थ्य खराब रहने आदि के बारे मे सही भविष्यवाणी कर रहें है। लेकिन ऐसे किसी सही सिद्धांत के बारे मे पूछे जाने पर ज्योतिषी चुप्पी साध लेते है हजारों डिग्रीधारी ज्योतिषी भी ज्योतिष का सही सिद्धांत नहीं जानते है जिससे स्पष्ट है कि ज्योतिष मे ऐसा कोई सिद्धांत नहीं है नहीं तो ज्योतिषी बता चुके होते। पिछले 6 वर्ष से ग्रुप मे चर्चा की जा रही है जिसमे हजारों मे से एक भी ज्योतिषी एक भी सही सिद्धांत नहीं बता पाए तो फिर किस आधार पर ज्योतिष को सही मान लिया जाए। फलित ज्योतिष सिद्धांतो का विषय है और ज्योतिषी तथा ज्योतिष पर विश्वास करने वाले व्यक्ति इसे विज्ञान कहते है परन्तु दोनो ही इस विज्ञान का एक सही सिद्धांत नहीं जानते है। ज्योतिष को विज्ञान और सभी सिद्धांतो को सही कहने वाले ज्योतिषी और ज्योतिष प्रेमी राशिस्वामी का सिद्धांत कैसे सही है भी नहीं जानते है फिर जिस विषय के सिद्धांतो का सही होने का पता ही नहीं है उसे विज्ञान कैसे और किस आधार पर कहा जा रहा है यह बङे आश्चर्य की बात है।
ग्रुप मे
ज्योतिष के सिद्धांतो पर चर्चा की जा रही है और ज्योतिष की सत्यता व प्रमाणिकता का
आधार सही सिद्धांत है न कि सही हुई भविष्यवाणी इसलिए यदि किसी ज्योतिषी के द्वारा
आपके या आपके किसी परिचित व्यक्ति के विषय कोई बात सही निकलने के कारण आप ज्योतिष
को सही मान रहें है, तो यह आपका भ्रम है कि ज्योतिष से सही भविष्यवाणी की जा सकती है
ज्योतिष मे ऐसा कोई सिद्धांत नहीं है जिससे सही भविष्य बताया जा सकता है। आप
ज्योतिष को किसी भी कारण से सही मानते हुए विज्ञान कहें और कारण जो भी हो लेकिन
ज्योतिष को विज्ञान होने के लिए इसमे सिद्धांतो का सही होना आवश्यक है यदि आप कोई
सही सिद्धांत जानते है तो आप वह सिद्धान्त बताएं जिससे कि उसका विश्लेषण कर उसकी
वैज्ञानिकता की जांच हो अन्यथा ग्रुप की चर्चा को पढ़कर अपने ज्योतिष को विज्ञान
मानने के पीछे के तथ्यों की पुनः जांच कर लें तभी आप इस अन्धविश्वास से बाहर निकल
पाएगें। जब भी कोई व्यक्ति किसी ज्योतिषी के बारे मे अपने ही नहीं वरन अपने परिवार
सगे सम्बधी और पङोसी तक के बारे मे सही हुई भविष्यवाणियों का पिटारा बढ़ा चढ़ा कर
इस प्रकार से पेश करे जैसे वह किसी त्रिकालदर्शी विद्वान ज्योतिषी से मिल चुका हो
तो समझ लेना चाहिए कि आपको फसाने के लिए जाल बुना जा रहा है - अधिकतर ऐसे
कार्यक्रम ज्योतिषीयों द्वारा ही प्रायोजित किए जाते है यहां ही नहीं अन्यत्र भी
जिनके बारे मे व्यक्ति जानते नहीं है - क्योंकि व्यक्ति हर समय ऐसे ज्योतिषी की
तलाश मे रहते है जो सही भविष्य बता सकता हो इसलिए ऐसे किसी भी ज्योतिषी का गुणगान
सुनने पर आप उससे मिलने की लिए तत्पर होते है और ज्योतिषी के बिछाए जाल मे फस जाते
है जिसमे एक बार फसने पर व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक रुप से सही भविष्यवाणी कर ग्रह
जाल मे जीवन भर के लिए फसाया जाता है और इसीलिए कहा जाता है कि ज्योतिषीयों से दूर
रहने मे ही भलाई है। हमारा उद्देश्य आपसे अपनी बात मनवाना नहीं है वरन ज्योतिष
बोगस है सिद्धांतहीन विषय है यह जानकारी देना है और इसमे भी किसी प्रकार की कोई
बाध्यता नहीं है। दोनो पक्ष की चर्चा को पढ़ते हुए तर्क व तथ्य को समझते हुए अपनी
बुद्धि व शिक्षा से जो उचित हो वह निर्णय करें तभी आप अन्धविश्वास से बाहर आ सकते
है।
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