जब सभी ज्योतिष पर विश्वास करने वाले व्यक्ति ज्योतिष को सही मान कर विश्वास करते है तो मैने विचार किया कि मैं कौन होता हूं इतने व्यक्तियो की बात को नकारने वाला। ठीक से विचार किया तो पता चला कि मैं तो पढ़ा लिखा बेवकूफ हूं जो ज्योतिष को गलत बता रहा हूं। असल मे वह तो बिल्कुल सही है उसमे कोई त्रुटि ही नहीं है ज्योतिष मानव कल्याण के लिए है, सदियो से ज्योतिष के द्वारा ज्योतिषीयो ने विश्व का भला ही तो किया है जैसे कि -
सदियो से चला आ रहा ज्योतिष जो असल मे विज्ञान नहीं यह तो दैवीय विज्ञान है मानवीय विज्ञान से कहीं ऊपर - क्या हुआ अगर उसने आज तक एक सूई का अविष्कार भी नहीं किया ! ज्योतिष तो भविष्य बताने का विज्ञान है ऐसा कोई व्यक्ति ही नहीं जिसे जन्म से लेकर मृत्यु तक अपना पूरा भविष्य न पता चला हो।
इस ज्योतिष विज्ञान ने कितने भलाई के काम किये है - करोङो व्यक्तियो की जान बचाई है - भूकम्प सुनामी चक्रवात व अन्य दुर्घटनाओ की पहले ही भविष्यवाणी करके।
करोङो व्यक्ति अस्पताल से घर जा चुके है बिना कोई दवा खाए - ज्योतिष के टोटके उपाय कर के।
अब कोई भी व्यक्ति बीमार नहीं होता है ज्योतिष बीमारी के बारे मे होने से पहले ही बता देते है और होने पर टोटके से ठीक भी कर देते है - ज्योतिष का कमाल।
विश्व मे अब कोई गरीब नहीं है सभी ज्योतिष के टोटके व - दक्षिणावर्ती शंख, श्री यन्त्र, आदि उपाय करके अमीर बन गए है।
यदि किसी की कुंडली मे बहुत बङी दुर्घटना होने का योग हो तो ज्योतिष से वह मामूली कांटा चुभने जितना ही रह जाता है - कितनी बङी बात है।
विश्व मे अब बेरोजगारी समाप्त हो गई है ज्योतिषीयो ने सभी की नौकरी लगवा दी है - टोटके करवा के, ज्योतिष से।
अब कोई बीमार नहीं होता है ज्योतिषी पहले ही भविष्यवाणी कर उसका उपाय कर देते है - ज्योतिष से।
ग्रह कितने व्यक्तियो के कार्य नहीं बनने देते है लेकिन ज्योतिषी उस ग्रह को पहचान कर यहीं से उसे ऐसा ठीक करते है कि फिर बेचारो की हिम्मत ही नहीं होती किसी का काम बिगाङने की - ज्योतिष से।
पृथ्वी पर जहां भी बारिश कम होती है, सूखा पङता है ज्योतिषी इसके कारण ग्रह की पहचान कर उसे प्रसन्न कर उस स्थान पर तुरंत बारिश करवा देते है - ज्योतिष से।
अब किसी भी प्राकृतिक घटना जैसे कि भूकम्प सुनामी चक्रवात आदि के घटने से पहले ही ज्योतिषी भविष्यवाणी कर देते है जिससे लाखों व्यक्तियों का जीवन बचाया जाना सम्भव हो सका है।
सभी अदालतो मे एक भी तलाक का मुकद्दमा नहीं है। अब कुंडली मिलवा कर विवाह करने से किसी का तलाक नहीं होता सब सुखी है - ज्योतिष से।
सभी को अपना भविष्य सुबह उठते ही पता चल जाता है ज्योतिषी सभी का भविष्य बना सकते है - जैसा भविष्य चाहिए आर्डर पर बनवा ले या रेडीमेड ले जाओ - ज्योतिष का कमाल।
व्यक्ति को जो बनना हो उसका योग ज्योतिषी से बनवा लेते है फिर पुरुषार्थ करने की आवश्यकता भी नहीं - ज्योतिष है न !
और तो छोङिए व्यक्ति के पिछले जन्म के कर्म का फल भी ज्योतिषी बदल देते है - ज्योतिष से ! विज्ञान ऐसा कहां कर सकता है।
सूर्योदय चन्द्रोदय ग्रहण आदि भी ज्योतिषी पहले ही बता देते है। ज्योतिष नहीं होता तो खगोल वैज्ञानिकों को यह कभी पता ही नहीं चलता।
नक्षत्र/तारे जो हमारे सौरमंडल मे ही नहीं है ज्योतिषी उन पर सभी ग्रहो को पहुंचा देते है - विज्ञान की इतनी हिम्मत कहां।
ग्रह जो एक दूसरे से करोङो कि.मी दूर स्थित है ज्योतिषी उन्हे किसी की कुंडली मे एक साथ एक ही घर मे बिठा देते है - विज्ञान ऐसा चमत्कार कहां कर सकता है।
एक छोटा सा दो सें.मी. का रंगीन पत्थर जिसे रत्न कहा जाता है, वह हजारों किलो मीटर व्यास वाले ग्रह का प्रभाव शरीर पर पङने से रोक देते है यदि ज्योतिष नहीं होता तो ग्रह 6 फुट के व्यक्ति का न जाने क्या हाल कर देते।
सूर्य जो एक तारा है और एक प्रकार से स्थिर है उससे पृथ्वी का चक्कर लगवाकर राशियां पार करवा देते है ज्योतिष मे - बेचारा विज्ञान।
सूर्य एक तारा है, चन्द्रमा पृथ्वी का उपग्रह है और राहु केतु मात्र दो कटान बिन्दु है लेकिन ज्योतिष मे सभी ग्रह ही है और सही है -  ज्योतिष के आगे भला विज्ञान की क्या बिसात।
पृथ्वी से 78,000,000 कि.मी. दूर स्थित मंगल ग्रह जो मांगलिक दोष बना कर दाम्पत्य जीवन ही नष्ट कर दे, यानि ४०% आबादी का वैवाहिक जीवन नर्क - अगर ज्योतिष न हो तो।
शनि की साढ़े साती और ढैय्या जो 50 करोङ व्यक्तियो पर हर समय चल रही होती है पता नहीं इतनी आबादी का क्या हाल कर दे - ज्योतिष न हो तो।
क्या हुआ अगर ज्योतिषीयो को ऋषि वेदव्यास ने चांडाल कहा था वह तो पुरानी बात थी - क्रोध मे आकर कह दिया होगा - रात गई बात गई।
अगर वेद मे राशियो का ही उल्लेख नहीं है तो क्या हुआ - विज्ञान की पुस्तक मे भी तो अर्थशास्त्र नहीं होता है।
अगर ज्योतिष मे ऐसे योग भी है जो कभी बनते ही नही है, और अनेक ऐसे जो हजारो वर्षो तक नहीं बनते तो क्या हुआ - ज्योतिष विज्ञान है, न बने तो न सही।
क्या हुआ अगर ज्योतिषीयो को अपना भविष्य भी पता नहीं है दूसरो का तो पता है - डाक्टर को भी अपनी बीमारी का कहां पता होता है।
एक ही राशि के अन्तर्गत 10 करोङ व्यक्ति आते है अगर राशिफल सबके लिए समान नहीं होता तो क्या हुआ - ज्योतिषीयो के साथ न जाने कितने ठगो का धन्धा चल रहा है - वह भी तो जरुरी है।

पिछले दो हजार वर्षो से चला आ रहा ज्योतिष के द्वारा ज्योतिषी मानव कल्याण के लिए इतने कार्य कर रहे है जिनकी गिनती भी असम्भव है परन्तु उपरोक्त कार्यो को ध्यान पूर्वक पढ़ने के पश्चात आपको स्वयं ज्ञात हो जाएगा कि ज्योतिष की समाज के लिए कितनी उपयोगिता है। इन सभी स्पष्ट तथ्यों पर विचार करने के पश्चात मुझे तो ज्योतिष सही और संसार के लिए बहुत उपयोगी विज्ञान लगा - आपका क्या विचार है।

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