इन्टरनेट का जन्म एक क्रान्तिकारी अविष्कार है इसके आने से दुनिया जैसे सिकुङ सी गई व्यक्ति की पहुंच का विस्तार हुआ तो ज्योतिष का धन्धा कैसे पीछे रह सकता था उसने भी अपने पैर पसारने शुरु किए और इस कदर पसारे कि ठगी का धन्धा करना अत्यन्त सरल हो गया। वेबसाईट ब्लाग सोशल मीडिया जैसे अनेक माध्यम से सूदूर क्षेत्र मे रह रहे व्यक्तियो को भी मूर्ख बनाना सरल हो गया जो पहले मुमकिन नहीं होता था। आज स्थिति यह है कि व्यक्ति के पास ठगी के लिए चुनने को अनेक ज्योतिषी होते है, यही स्थिति ज्योतिषीयो की है करोङो व्यक्ति उनका इन्तजार कर रहे होते है कि कब ज्योतिषी जी अपनी टुल्लेबाजी का मैसेज करे और हम लुटे। उदाहरण के लिए फेसबुक को ही ले लीजीए - व्यक्ति अनेक ग्रुप मे प्रश्न कर रहे होते है उन्हे इस बात की खबर ही नहीं होती है कि ज्योतिषी भी तो अनेक ग्रुप मे होते है वरना धन्धा कैसे बढेगा ! इसलिए जो आप लिख रहे है वह सब ज्योतिषी भी तो पढ़ रहे होते है जो प्रश्न आप कर रहे होते है व किसी अनाङी ज्योतिषी की उतरस्वरुप की गई टुल्लेबाजी के प्रत्युतर मे आप भी तो अपने बारे मे बहुत कुछ बता रहें है जो माहिर ज्योतिषीयो को भी दिखाई दे रहा है, तो किसी अन्य ग्रुप आदि मे यदि उन मे से किसी ज्योतिषी की टुल्लेबाजी सही हो भी गई तो आश्चर्य किस बात पर ! वह तो आपने स्वयं ही किसी न किसी ग्रुप मे बताया ही होता है लेकिन अक्कल घास चरने गई होती है तो याद कहां रहता है. यह बात भी आपको कहां से पता होगी कि सभी ज्योतिषी चोर चोर मौसेरे भाई होते है, हर ग्रुप मे अनाङी ज्योतिषी इस ठगी के धन्धे के खेल मे माहिर ज्योतिषीयो के ही शागिर्द होते है, उनकी एक नाक दो कान और दो आंखे जैसी भविष्यवाणी से प्रसन्न होकर अधिकतर जानकारी स्वयं ही बता देते है। आपको तो यही लगता है कि आप ज्योतिषी जी से कुंडली दिखवा रहे है और ज्योतिषी जी भविष्य बता रहे है और इस वार्तालाप को कोई भी नहीं पढ़ रहा है और आपके द्वारा Inbox मे बताई गई बातो को ज्योतिषी जी गुप्त ही रखेगें किसी को नहीं बताएगें - बिल्कुल वह किसी को नहीं बताएगें यदि बता दी तो वह उस से पहले ही भविष्यवाणी कर उसका धन्धा मन्दा कर सकता है। तो इस तरह से आप मूर्ख बनकर लुट रहे होते है जिसकी भनक भी नहीं लगती कि भविष्यवाणी कैसे सही हो रही है जो असल मे भविष्यवाणी न होकर भूतवाणी है जो स्वयं आप ही द्वारा दी गई होती है। आपको इस ठगी के धन्धे का नया खेल बताता हूं - एक ज्योतिषी की अनेक ID होती है 3-4 होना तो आम बात है उसके बाद आते है शागिर्द यानि बिजनेस पार्टनर दोनो साथ साथ ही चलते है और शागिर्दो की तो अनेक ID होती है। ज्यादातर महिलाओ के नाम पर होती है क्योंकि इस से विश्वास जल्दी होता है और काम सरल हो जाता है. सभी ID का इस्तेमाल आपको ठगने के लिए ही किया जाता है। जब भी आप किसी ग्रुप मे प्रश्नकरते है तो यह शागिर्द प्रकट हो कर अपनी टुल्लेबाजी शुरु कर देते है आपसे आपके बारे मे जानकारी निकलवाने के लिए, फिर इसी बीच कोई अन्य शागिर्द या वही अपनी किसी अन्य ID से आकर ज्योतिषी जी की शान मे कसीदे पढ़ जाते है किसी भविष्यवाणी के सच होने उपाय से लाभ होने या अन्य किसी भी रुप मे जिससे आपको प्रभावित भी किया जा सके और यकीन भी दिलवायाजा सके इसमे किसी कुंडली का विश्लेष्ण या किसी के द्वारा ज्योतिषी जी के बारे मे अच्छा सा प्रशंसा लेख भी शामिल होता है आदि। यह खेल विशेष रुप से उन व्यक्तियो के साथ खेला जाता है जो मालदार हो, सच मे किसी परेशानी मे होकर कितने भी रुपये देकर ग्रह दशा सही करना चाहते हो आदि। यदि आप केवल शौकिया तौर पर कुंडली दिखवा रहें हो तो आपका प्रयोग अपने प्रचार के लिए किया जाएगा और वह समय दूर नहीं होता जब आप तो लुटेगें ही साथ मे अन्य को भी लुटवायेगें वह भी एक ही ज्योतिषी व उनके शागिर्द के हाथो अनेक ID के रुप मे।

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