धन की आवश्यकता सभी को होती है जिसके लिए कर्म करना पङता है लेकिन अन्धविश्वासी व्यक्ति कर्म न करके टोटके करके ही धन प्राप्त करना चाहते है व्यक्ति की इसी कर्महीनता का लाभ उठाकर ज्योतिषी ने धन प्राप्ति के अनेक टोटके यन्ते मन्त्र आदि ठगी के बाजार मे उतार दिए है जिसे अन्धविश्वासी व्यक्ति हाथों हाथ हजारों रुपये देकर खरीदते है अमीर बनने के लिए. ऐसे यन्त्र मन्त्र और टोटको से व्यक्ति तो अमीर नहीं बनते लेकिन ज्योतिषी व अन्य व्यक्ति जो ज्योतिष के ठगी के व्यापार से जुङे होते है, वह अमीर अवश्य बन जाते है क्योंकि दाकियानुसी टोटके करने वाले, मन्त्र जाप से धन प्राप्ति की इच्छा रखने वाले, अनेक प्रकार के धनवर्षा यन्त्र के नाम पर टिन के रंगीन पत्रे खरीदने वाले व्यक्ति अपनी बुद्धि से कार्य करने मे असमर्थ होते है इसलिए कर्म से धन प्राप्ति की बजाय टोटको के सहारे बैठे रहते है ऐसे ही कुछ टोटके है जो व्यक्ति आए दिन करते है बिना विचार किए कि उनका धन से क्या सम्बन्ध है।
 नल का टपकना - अक्सर ज्योतिषी व वास्तुशास्त्री द्वारा कहा जाता है कि घर मे नल से पानी टपकने से चन्द्रमा नाराज हो जाता है क्योंकि चन्द्रमा पानी का कारक है - है क्यों यह किसी ज्योतिषी को नहीं पता - इसलिए नल अगर टपक रहा हो तो उसे ठीक करवाने की सलाह दी जाती है। लेकिन नल के टपकने से चन्द्रमा का कोई सम्बन्ध नहीं है न ही लाखों कि.मी. दूर से वह प्रत्येक घर मे पानी के नल को देख सकता है यदि नल से पानी टपक रहा है तो पानी का बिल अधिक आएगा। पानी का बिल अधिक न आए इसके लिए आवश्यकतानुसार ही पानी का प्रयोग करे व नल का टपकना बन्द करवा दे - धन की बचत अपने आप होगी। गांव मे पानी के लिए नल न होकर आज भी किसी बावङी कुएं आदि से ही पानी आता है यदि नल के टपकने से धन की हानि होती तो गांव मे रहने वाले व्यक्ति धनवान होते।
 झाङू - झाङू का सम्बन्ध लक्ष्मी से बताया जाता है और घर मे झाङू रखने की स्थिति भी धन हानि करती है ज्योतिषी द्वारा ऐसा कहा जाता है जिसमे घर मे साफ सफाई व जाङू को छुपाकर रखने की सलाह दी जाती है। घर को साफ रखने व झाङू का लक्ष्मी के नाराज या प्रसन्न होने से कोई सम्बन्ध नहीं है उसे जैसे चाहे रखिए घर मे साफ सफाई है या नहीं, झाङू ठीक से रखा है या नहीं यह देखने के लिए लक्ष्मी जी किसी के घर मे तांक झांक नहीं करती है। परन्तु घर मे सफाई रखने से बीमारियां नहीं होगी जिससे दवाई के पैसे बचेगें और - धन की बचत ही होगी। आज के आधुनिक समय मे किसी के घर मे झाङू न होकर वैक्यूम कलीनर हो तो ! तब क्या लक्ष्मी कभी नाराज नहीं होंगी.
 तिजोरी या धन रखने का स्थान उतर दिशा मे होना वास्तु के अनुसार तिजोरी हमेशा घर के उतर दिशा मे होनी चाहिए जबकि धन का उतर दिशा से क्या समनाध है, और उसे कैसे पता चलता है की वह घर मे कौन सी दिशा मे रखा हुआ है इस प्रश्न का उतर किसी ज्योतिषी के पास नहीं है न ही कोई अंधविश्वासी व्यक्ति कभी इस प्रकार के डाकियानूसी टोटके करने से पहले इस प्रकार के प्रश्न किसी ज्योतिषी से करते है। उतर दिशा मे धन या तिजोरी रखने से धन मे वृद्धि नहीं होती है ऐसा होता तो अन्य दिशाओं मे स्थित बैंक कभी के कंगाल हो जाते। धन मे वृद्धि इन्वेस्ट करने से होती है इसलिए किसी अच्छे इन्वेस्टमेंट कन्सलटेंट की सलाह लेकर इनवेस्ट कर सकते है चाहे तो बचत भी कर सकते है।
 लक्ष्मी पूजन यदि व्यक्ति अपनी अंधविश्वास से परिपूर्ण आस्था के चलते धन प्राप्ति के लिए कर्म न करके लक्ष्मी पर ही निर्भर रहना चाहते है तो बेशक रहे मूर्ख बने रहने हर व्यक्ति का अधिकार है उससे किसी को कोई आपति नहीं है परंतु इतना अवश्य है कि स्थिर लग्न मे लक्ष्मी पूजन से धन नहीं मिलता है ऐसा होता तो दिन मे केवल वृष सिंह वृश्चिक और कुंभ लग्न मे ही लक्ष्मी की कृपा प्राप्त हुआ करती और इन्ही लग्न मे पैदा हुए व्यक्ति ही अरबपति होते। धन मिलता है परिश्रम करने से न कि टोटके करने से।
 घर मे बेकार की वस्तुएं खरीद कर रखना - घर मे या धन स्थान या तिजोरी मे कौङियां रुद्राक्ष हत्था जोङी श्वेतार्क गणपति दक्षिणावर्ती शंख सियार सिंगी पारद लक्ष्मी/गणेश श्री यन्त्र व टिन के पतरे आदि रखने से धन नहीं आता बल्कि जाता है ऐसी वस्तुएं हजारों मे बेची जाती है तो खरीदने वाले का धन जायेगा ही। लेकिन यदि इन वस्तुओं से धन प्राप्ति होती तो ज्योतिषी इन्हे बेच नहीं रहे होते स्वयं अपने पास रखकर अमीर बन जाते।
 शुक्र का या धन, लाभ भाव का आपकी आर्थिक स्थिति से कोई समबन्ध नहीं है न ही वह किसी को धन सम्पति दे सकते है चाहे कितने भी टोटके करे वह आपको धनवान नहीं बना सकते है वह आपके अपने हाथ मे है जितना पुरुषार्थ करेगें उतनी ही सफलता मिलेगी उतना ही धन मिलेगा।
 वास्तु के अनुसार घर मे प्रत्येक वस्तु को रखना - घर मे रखी वस्तुओं का भी आपकी समृद्धि से कोई सरोकार नहीं है उन्हे नहीं पता कि कौन सी वस्तु कहां पर किस कोने मे रखी हुई है न ही उनके एक स्थान से दूसरे स्थान पर रखने से किसी प्रकार का आर्थिक लाभ होने वाला है यदि ऐसा होता तो सभी अमीर होते दुनिया मे कोई भी गरीब नहीं होता अतः यह भ्रम अपने मन से निकाल दे कि घर के किसी कोने मे पङी हुई वस्तु के कारण आर्थिक स्थिति सही नहीं है।
 ज्योतिष पूर्णत बोगस है एक अंधविश्वास मात्र है ग्रहों का इयसा कोई प्रभाव नहीं होता है जो व्यक्ति के भूत भविष्य को प्रभावित करता हो इसलिए किसी भी धन योग से आप अमीर नहीं बनने वाले न ही किसी बोगस दरिद्र योग के कारण गरीब है और कोई भी ज्योतिषी आपको अमीर नहीं बना सकते है - आपको लूटकर स्वयं अमीर अवश्य ही बनते रहेगें अगर इसी तरह ज्योतिषीयों के ग्रह जाल मे फसते रहेगें तो।
 अनावश्यक व्यय न करें अपने अनावश्यक व्यय को पहचान कर उस से बचें। व्यक्ति जितने पैसे फिजूल मे खर्च करते है जैसे पिज्जा बर्गर फिल्म आदि पर उतने की बचत करे तो स्वास्थ्य भी सही रहेगा और पैसे की बचत होगी।


 अन्त मे धन प्राप्ति के लिए ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए दाकियानूसी टोटके करने से बेहतर है कि कर्म किया जाए जिससे धन आना शुरू हो जाए जितना कर्म करेंगे उतनी ही सफलता प्राप्त होती है और धन भी उतना ही मिलेगा। धन की वृद्धि दो ही प्रकार से होती है - पहला अधिक कमाकर दूसरे अधिक बचाकर - जिसमे आप अधिक सक्षम हो वह करें।

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