कुछ मित्रो का कहना है कि हम लोग अर्थात ज्योतिष का विरोध करने वाले ज्योतिष को बोगस/गलत ठहराने पर तुले हुए है। यह वह सामाजिक वर्ग है जो ज्योतिष पर स्वयं से अधिक विश्वास करता है, ज्योतिष को सही मानता है उनके अनुसार ज्योतिष एक विज्ञान है कुछ इसे दैवीय विज्ञान व महाविज्ञान कहते नहीं थकते है। परंतु वह व्यक्ति भूल जाते है कि यदि ज्योतिष शत-प्रतिशत सही है तो दुनिया की कोई भी ताकत कोई भी व्यक्ति ज्योतिष को गलत सिद्ध नहीं कर सकता है आप स्वयं विचार कर के देखें की जो विषय सही हो उसे किस प्रकार से गलत ठहराया जा सकता है ? यह कहना गलत है कि हम ज्योतिष को गलत ठहराने पर तुले हुए है यदि ऐसा होता तो ज्योतिषीयों के साथ चर्चा की कोई आवश्यकता ही नहीं थी जबकि हम तो चाहते है कि कोई ज्योतिषी ज्योतिष को सिद्ध करे अब यदि ज्योतिषी ही ज्योतिष को सही सिद्ध नहीं कर पा रहे है तो इसमें ज्योतिष विरोधियों की क्या गलती है! गलती तो स्वयं ज्योतिषीयों की है जो एक बोगस विषय को विज्ञान का नाम देकर ठगी का धंधा कर रहे है। विश्वविद्यालय से ज्योतिष में डिग्री होने के पश्चात भी यदि ज्योतिषी फलित का एक सही सिद्धांत नहीं जानते है, तो क्या यह बात विचारणीय नहीं है? क्या विश्वविद्यालय में एक भी सही सिद्धांत नहीं पढ़ाया जाता है, फिर क्या वर्षो तक ज्योतिषी विश्वाद्यालय में झक मारते रहे! चलो मान लिया कि एक ज्योतिषी को कुछ नहीं आता, दूसरा नक़ल मार कर पास हुआ है, तीसरे के पास रूबी ब्रांड डिग्री है, लेकिन सभी ज्योतिषी तो रूबी ब्रांड नहीं हो सकते है! हजारो डिग्रीधारी ज्योतिषीयों में से एक भी ऐसा ज्योतिषी अब तक नहीं मिला जो ज्योतिष का कोई सही सिद्धांत जानता हो - तो क्या यह बात विचारणीय नहीं है - स्वयं को ज्योतिष का विद्वान, त्रिकालदर्शी, सटीक भविष्यवक्ता कहने वाले ज्योतिषी, ज्योतिष विषय में आचार्य Ph.D की डिग्री प्राप्त ज्योतिषी सहित हजारों अन्य ज्योतिषीयों के द्वारा ज्योतिष के सिद्धांतों को सही सिद्ध करने में असमर्थ रहने के पश्चात भी विषय की सत्यता पर ही संदेह होना उचित है क्योंकि ऐसा कोई विषय नहीं हो सकता है जो सही हो और सही होने के पश्चात भी उसकी सत्यता को सिद्ध न किया जा सके।
आप यह तो मानते है कि ज्योतिष सही है लेकिन ज्योतिष सही कैसे है यह नहीं जानते है तो इस अज्ञानता के कारण आपको यह तथ्य भी ज्ञात नहीं होगा की आज तक पैदा हुए स्वयं को महान व त्रिकालदर्शी कहने वाले ज्योतिषीयों में से कोई भी ज्योतिषी फलित ज्योतिष को सही सिद्ध नहीं कर पाया है। जब जब भी ज्योतिष को सही/विज्ञान सिद्ध करने की बात आई है वह हमेशा ही गलत सिद्ध हुआ है, लेकिन इस प्रकार से नहीं हुआ जिस प्रकार से अब इस ग्रुप द्वारा किया जा रहा है। फलित ज्योतिष को बोगस सिद्ध करने के लिए इस विषय में सैद्धांतिक स्तर का ज्ञान होना आवश्यक था जो अब तक किसी ज्योतिष विरोधी के पास नहीं था यदि था, तो वह इस स्तर का नहीं था कि ज्योतिषीयों के द्वारा दिए जा रहे तर्क से वितर्क कर गलत सिद्ध कर सके। वास्तव में ज्योतिष के दो हजार वर्ष के इतिहास में यह पहली बार है कि फलित ज्योतिष को सैद्धांतिक रूप से किसी ने चुनौती दी है इसलिए ज्योतिषी ज्योतिष की सत्यता व प्रमाणिकता पर किए जा रहे प्रश्नों के तर्कसंगत उत्तर नहीं दे पा रहे है यहां तक की डिग्रीधारी ज्योतिषी भी इस बाबत अपनी असमर्थता जता चुके है। उनकी इस असमर्थता का कारण उनका ज्योतिष का ज्ञान न होकर स्वयं ज्योतिष विषय ही है जो बोगस है सिद्धांतरहित है ब्रह्माण्ड की गलत जानकारी के आधार पर निर्मित है इसलिए ज्योतिषी इसे सही सिद्ध नहीं कर पा रहे है पूरा फलित ज्योतिष तो छोड़ो, कोई डिग्रीधारी ज्योतिषी इतना भी नहीं जानता है कि मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल क्यों है और सही कैसे है। जबकि ज्योतिष का विरोध करने वालो को यह ज्ञात है कि मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी क्यों है, किस आधार पर बनाया गया था वह आधार व प्रक्रिया क्या थी यह जानने के पश्चात ही यह कहा जा रहा है कि सिद्धान्त बोगस है। ज्योतिष सही है, मित्रो का यह भ्रम दूर करने के लिए ज्योतिष को सही व विज्ञान कहने वाले ज्योतिषीयों से ही इस संबंध में प्रश्न किये जा रहे है कि यदि ज्योतिष सही है, सभी सिद्धांत सही है तो वह ग्रुप में उपस्थित सभी मित्रों को बताए की ज्योतिष के सिद्धान्त कैसे सही है, ज्योतिष के सिद्धांतों पर चर्चा के लिए सभी ज्योतिषीयों से कहा जा रहा है हम स्वयं ज्योतिषीयों के द्वार पर जा जाकर उन्हें ज्योतिष पर चर्चा कर सही सिद्ध करने के लिए आमंत्रित कर रहें है इसके बावजूद भी किसी ज्योतिषी में इतनी हिम्मत नहीं हो रही कि ग्रुप में भी आए आकर चर्चा करना तो दूर की बात है, बल्कि हजारों की संख्या में ज्योतिषी ग्रुप में उपस्थित है लेकिन कोई भी तथाकथित ज्योतिष विद्वान सामने आकर चर्चा कर ज्योतिष को सही सिद्ध करने का साहस भी नहीं रखता है। अब भला यह कैसे मुमकिन है कि किसी सही कहे जाने वाले विषय (ज्योतिष) को हजारो व्यक्ति (ज्योतिषी) मिलकर भी सही सिद्ध नहीं कर पा रहे है। जो विषय सही है उसे सही सिद्ध करने के लिए हजारों व्यक्तियों की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि कोई एक व्यक्ति जो विषय का ज्ञाता हो वह विषय की सत्यता सिद्ध कर सकता है लेकिन सत्यता केवल उसी विषय की सिद्ध की जा सकती है जो विषय सही हो, बोगस विषय को कभी भी सही सिद्ध नहीं किया जा सकता है और फलित ज्योतिष एक बोगस विषय है दुनिया का कोई भी ज्योतिषी इसे सही सिद्ध नहीं कर सकता है न ही कभी कर पायेगा और यह बात इतनी दृढ़तापूर्वक इसलिए कही जा रही है क्योंकि हमने ज्योतिष का वर्षो अध्ययन किया है और जानते है कि ज्योतिष कैसे बोगस है यह बात ज्योतिषी भी जानते है लेकिन ज्योतिष को व्यापारिक रूप से अपनाने के कारण कभी नहीं बताएंगे न ही इस सच्चाई को स्वीकार करेंगे इसलिए यह भ्रम मन से निकाल दें कि ज्योतिष सही है।
फलित ज्योतिष विज्ञान है या अंधविश्वास इस विषय पर पिछले 7 वर्ष से इस ग्रुप (https://www.facebook.com/groups/179021038795854) में चर्चा की जा रही है और अब तक की चर्चा में फलित ज्योतिष महज एक अंधविश्वास ही सिद्ध हुआ है यदि आप इस सत्य को स्वीकार नहीं कर सकते है न करें किसी भी व्यक्ति से उसकी इच्छा के विरुद्ध कोई कार्य नहीं करवाया जा सकता है हम भी नहीं करवा रहें है सभी मित्र ज्योतिषी के द्वार पर जाकर लुटने के लिए स्वतन्त्र है क्योंकि यह ब्लॉग और ग्रुप केवल जिज्ञासु मित्रो के लिए है जिनका दिमाग काम करता है जो अपनी बुद्धि का प्रयोग करते है और अपने विवेक अनुसार सही निर्णय लेने में सक्षम है। जो मित्र ज्योतिष पर विश्वास तो करते है लेकिन जिज्ञासु है चर्चा पढ़ने के बाद मन में प्रश्न उठ रहे है और सत्य जानना चाहते है ऐसे मित्र अपने चहिते ज्योतिषी को ग्रुप में ग्रुप में शामिल कर चर्चा के लिए कह सकते है ज्योतिष की सत्यता पर किए जा रहे प्रश्न पूछ सकते है और अपनी आँखों से उनकी पोल खुलते हुए देख सकते है। जो मित्र वर्षों से ग्रुप में है, चर्चा पढ़ तो रहें है लेकिन जिज्ञासा न होने के कारण समझ कुछ नहीं आ रहा है, ज्योतिषीयों के हमदर्द है, ज्योतिषीयों के पालनहार व तारणहार है, इसी अंधविश्वास में रहना चाहते है, टुल्लेबाजी प्रिय है, यंत्र मन्त्र टोटके कर भविष्य बदलने की चाहे रखते है ऐसे सभी मित्रों को मेरा सुझाव है कि वह ग्रुप छोड़ दें इसमें उन्ही की भलाई है - दिमागी बोझ से मुक्ति मिल जायेगी।

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