ज्योतिषीयों और ज्योतिष पर विश्वास करने वालो से कुछ प्रश्न - किसी को सही उतर पता हो तो वही लिखें अन्यथा अपने दिमाग पर थोङा जोर डाले और विचार करें कि अन्धविश्वास से बाहर निकलना है या यूं ही टोटके कर मूर्ख बनते रहना है।
• मनुष्य का भविष्य उसके पूर्वजन्म के कर्म का ही फल कहा जाता है तो पूर्वजन्म के कर्म पर आधारित पूर्वनिश्चित भविष्य को टोटके यन्त्र मन्त्र रत्न आदि किस प्रकार से बदल देते है।
• यह किस प्रकार से सुनिश्चित किया गया था कि किस ग्रह/कार्य का कौन सा टोटका है।
• ग्रह केवल टोटके करने वाले व्यक्ति को ही शुभ फल (अथवा जिसके लिए भी किया गया हो) कैसे देते है - अर्थात जिसने टोटका किया उसे शुभ और जिसने नहीं उसे अशुभ फल - एक ही ग्रह ऐसा कैसे करता है।
• यदि टोटके करने से भविष्य बदल जाता है तो ज्योतिष के सिद्धांत बोगस हुए क्योंकि जो होना लिखा गया है(वह व्यक्ति ने टोटका कर के बदल दिया) वह हुआ ही नहीं तो सिद्धांत सही कैसे हुआ - बोगस क्यों नहीं है। उदाहरण के लिए कोई ग्रह यदि नीच राशि मे बैठा हो तो उस से सम्बन्धित टोटका किए जाने पर वह नीच राशि मे बैठे ही शुभ फल कैसे देने लगता है। यदि ऐसा होता है तो वह सिद्धांत ही बोगस है क्योंकि जो फल वह कह रहा था वह व्यक्ति द्वारा टोटका किए जाने से नहीं हुआ।
• यदि भविष्य ब्रम्हा जी द्वारा लिखित है, तो टोटके करने से उनका लिखा हुआ भविष्य कैसे बदल जाता है/सकता है।
• पृथ्वी पर पानी मे बहाए कुछ खाद्य पदार्थ व अन्य वस्तुओं से करोङो कि.मी. दूर ग्रह कैसे ठीक होते है।
• व्यक्ति द्वारा टोटका किए जाने के कितने समय पश्चात ग्रह अपने फल को अशुभ से शुभ मे बदल देते है।
• लाल किताब के अनुसार टोटका करने पर ग्रह जिस भाव मे स्थित होता है उस भाव के फल का त्याग कर अन्य भाव का फल देने लगता है - ऐसा कैसे होता है।
• ग्रहों पर टोटका किए जाने का प्रभाव कितने समय तक रहता है - अर्थात टोटका किए जाने के कितने समय पश्चात तक ग्रह मनवांछित फल देते रहते है - आप यह भी समझ सकते है कि टोटके का असर कितने समय तक रहता है।
• सामान्यत टोटके 43 दिन तक किए जाते है - ऐसा क्यों और ग्रह व्यक्ति द्वारा टोटके किए जाने के दिनो का हिसाब कैसे रखते है। यदि व्यक्ति एक भी दिन टोटका करना भूल गया तो ग्रहों को इस बात का पता कैसे चलता है कि उक्त व्यक्ति द्वारा किया जा रहा टोटका प्रत्येक दिन नहीं हुआ और अब उसे उसका फल नहीं देना है।
• क्या ग्रह व्यक्ति को टोटके करते हुए देख सकते है यदि हां तो कैसे, यदि नहीं तो किसने टोटका किया और किसने नहीं इसका पता उन्हे किस प्रकार चलता है। क्योंकि फल भी तो तभी दे पाएंगे जब व्यक्ति द्वारा टोटके किए जाने और न किए जाने का ज्ञान होगा।
• ग्रहों को व्यक्ति द्वारा टोटका किए जाने का पता कैसे चलता है और टोटके को कैसे पता चलता है कि उसे कौन से ग्रह को प्रसन्न करने या व्यक्ति के कौन से रुके हुए कार्य को करने के लिए किया गया है क्योंकि जब तक ग्रहों को टोटका किए जाने का पता नहीं चलेगा तब तक वह शुभ फल नहीं दे सकते और किसी टोटके को भी जब तक कौन से कार्य के होने के लिए किया गया है यह पता नहीं होगा तब तक वह कार्य भी नहीं कर सकता है।
यदि जिज्ञासु मित्र उपरोक्त प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर तर्कपूर्ण दृष्टि से विचार करेंगे तो जानेगें की ज्योतिष बोगस है और टोटके व्यक्ति को मूर्ख बनाने का साधन मात्र है। ग्रहों का ऐसा कोई प्रभाव नहीं होता है जो व्यक्ति के भूत भविष्य को प्रभावित करता हो, और जब प्रभाव ही नहीं होता है तो ज्योतिष, टोटके सब व्यर्थ है मात्र ठगी का धंधा है।
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