ज्योतिष पिछले दो हजार वर्षों से चल रहा है और अब तक भारत में ही अनेक तथाकथित महान ज्योतिषी हुए है जिनमे एक कुछ तो ऐसे थे जो स्वयंभू त्रिकालज्ञ थे लेकिन उन त्रिकालज्ञ ज्योतिषीयों में से न तो कोई ज्योतिषी ज्योतिष के सही सिद्धांत बता पाया न ग्रहों के प्रभाव को ही सिद्ध कर पाया परिणामस्वरूप ज्योतिष एक बोगस विषय ही बना रहा। आज भी अनेक त्रिकालज्ञ ज्योतिषी है जो स्वयं को सटीक भविष्यवक्ता कहते है प्रत्येक व्यक्ति का भाग्य बदलने का दावा करते है सुबह कोई भी टीवी चैनल लगाओ तो हर एक पर एक ज्योतिषी जी लैपटॉप लेकर बैठे होते है जो प्रत्येक व्यक्ति को उसका भविष्य बता रहे होते है कोई ग्रह दशा ठीक कर रहा होता है तो कोई अमीर बनने के टोटके बता रहा होता है तो कोई नौकरी लगवा रहा होता है कोई यंत्र बेच रहा होता है। टीवी के अलावा इन्टरनेट व अखबारों में भी आप इनके विज्ञापन देख सकते हैं जिनमे ज्योतिषी व्यक्ति की हर समास्या का समाधान करने का दावा करते है कैसी भी समस्या चाहे कितनी भी विकट हो पर समाधान मिनटों में करने का दावा किया जाता है। परंतु हमारे देश के पास ज्योतिष के इतने होनहार विद्वान होने के पश्चात भी देश को ज्योतिषीयों की ज्योतिष विद्या का कोई लाभ नहीं है और हम विकासशील की श्रेणी से भी कई पायदान गिरकर गरीब देशों के साथ आ चुके है। इतिहास में अनेक त्रिकालदर्शी ज्योतिषी हो चुके है बावजूद उनके हमारा भारत देश सदियों तक गुलाम बना रहा लेकिन हजारो सटीक भविष्यवक्ता ज्योतिषी में से कोई सामने नहीं आया जिसने भारत के गुलाम होने की भविष्यवाणी की हो। हमारा देश पहले मुगलों का गुलाम रहा फिर अंग्रजो का लेकिन किसी त्रिकालदर्शी ज्योतिषी ने अपनी मातृभूमि के हित में इतनी जहमत भी नहीं उठाई की भारत के गुलाम होने की भविष्यवाणी कर पहले ही बता देते और भारतीय राजाओं को गुलामी से बचने का कोई टोटका उपाय कर देते। यहां तक कि देश कब आजाद होगा इसकी भविष्यवाणी भी किसी महान ज्योतिषी ने नहीं की यदि अपने वतन के लिए अपना कर्तव्य समझकर आजाद होने की तिथि बता देते तो कितने शहीदों को आजादी के लिए कुर्बान होने से बचाया जा सकता था। आजादी के बाद भी देश पर अनेक विपत्तियां आईं तीन तीन युद्ध झेलने पड़े आर्थिक संकट सहने पड़े खाद्यानों की कमी हो गई अनेक आतंकवादी हमले झेलने पड़े लेकिन किसी भी तथाकथित ज्योतिषी ने भविष्यवाणी नहीं की यदि ज्योतिषीयों ने पहले भी भविष्यवाणी कर दी होती तो सरकार सजग हो जाती और इतिहास कुछ और होता लेकिन अफसोस ज्योतिष को मानव हित के लिए बताने वाले ज्योतिषी यह कार्य करने में नाकाम रहे। आज भी देश को बाढ़ सूखा, आदि सहित अनेक प्राकृतिक घटनाओं सहित अनेक अप्रत्याशित घटनाओं का सामना करना पड़ता है लेकिन ज्योतिष को विज्ञान कहने वाले ज्योतिषी खामोश बने रहते है किसी ने एक बार भी भूकम्प चक्रवात सुनामी आदि की भविष्यवाणी कर व्यक्तियों को सजग नहीं किया।
इतिहास स्वयं इस बात की गवाही देता है कि ज्योतिषीयों के कारण समाज का कितना सत्यानाश हुआ है जो इन ज्योतिषीयों के रहते नहीं होना चाहिए था। किसी प्राकृतिक घटना - भूकम्प चक्रवात सुनामी, अप्रत्याशित दुर्घटना - आतंकवादी हमले यातायात दुर्घटनाएं आदि के समय इनकी ज्योतिष विद्या किसी काम नहीं आती है तो ऐसी विद्या का क्या लाभ जो मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को मूर्ख बनाकर लूटने के सिवाय किसी काम नहीं आती हो। वास्तव में बोगस है जिसके सभी सिद्धांत बोगस है जिन पर से सही भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है इसलिए ज्योतिषी कोई भविष्यवाणी नहीं करते है भविष्यवाणी करने का ढोंग करते है व्यक्ति की मानसिक स्थिति व परिस्थिति का लाभ उठाकर भविष्यवाणी करने का दिखावा किया जाता है जिससे की उसे मूर्ख बनाकर धन ऐंठा जा सके। संयोगवश किसी ज्योतिषी का कोई तीर तुक्का सही लग जाए तो उसे ज्योतिष का चमत्कार समझ लिया जाता है जबकि ज्योतिष ठगी का व्यापार है ग्रहों का व्यक्ति के भविष्य व किसी समस्या से कुछ लेना देना नहीं है ज्योतिषीयों ने अपने ठगी के व्यापार के लिए हर समस्या को ग्रहों से जोड़ दिया है। यदि ग्रह ही हर समस्या का कारण है जिसका समाधान केवल ज्योतिषी ही कर सकते है तो देश में अनेक प्रकार समस्याएं है जिनमे गरीबी बेरोजगारी की समस्या विकट रूप धारण कर चुकीं है प्रत्येक व्यक्ति को धनवान बनाने नौकरी दिलवाने वाले ज्योतिषीयों के पास गरीबी बेरोजगारी आदि समस्याओ का कोई समाधान नहीं है बजाय इस पर विचार करने के व्यक्ति ज्योतिषी के पास अपनी समस्याएं लेकर बैठे रहते है। समस्या चाहे कैसी भी हो कितनी ही विकट क्यों न हो उसका समाधान स्वयं व्यक्ति के पास ही होता है लेकिन व्यक्ति स्वयं अपनी समस्या का समाधान खोजने की बजाय ज्योतिषीयों द्वारा भ्रमित करने के उद्देश्य से दिए गए विज्ञापनों की ओर आकर्षित होकर ज्योतिषीयों के चक्कर में पड़ जाते हैं जिस कारण यह ठग व्यक्ति का समय और धन दोनों बर्बाद कर देते हैं। जब ज्योतिषी अपना भविष्य भी नहीं जान सकते तो अन्य व्यक्तियों का क्या बताएंगे? लेकिन अन्धविश्वासी व्यक्ति इस बात को समझने में असमर्थ होते है इसीलिए ठगे जाते है। जयोतिषी वास्तव में एक ठग है जो व्यक्ति से पैसे ठगने के आलावा कुछ नहीं करते है यही इनका कार्य है समस्याग्रस्त व्यक्ति को समस्या समाधान, भविष्य बखान के नाम पर लूटना जिससे बचने का एक ही उपाय है इन शातिर धूर्त व मक्कार ठगों से दूर रहना इनके भ्रमति करने वाले विज्ञापनो के जाल में नहीं फसना तभी इनसे बचा जा सकता है।
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