यदि
ज्योतिष बोगस है तो फिर ज्योतिषी सही कैसे बता देतेँ हैँ। यह प्रश्न अधिकतर या
जिनके बारे मे किसी ज्योतिषी द्वारा कोई बात सही निकलने के कारण ज्योतिष पर
विश्वास करने वाले व्यक्तियों के मन मे उठता है कि यह कैसे होता है। तो चलिए इसी
बात को कुछ इस तरह से समझे कि स्वयं आप ही किसी ज्योतिषी के पास गए है भविष्य
जानने के लिए और आपने प्रश्न शुरु कर दिए :-
प्रश्न्:-
मेरे बारे मे कुछ बताइए।
- वैसे तो इस प्रश्न का तात्पर्य भविष्य
के बारे मे बताने से ही होता है पर ज्योतिषी तो ठग है जिन्हे अपना भविष्य भी नहीं
पता वह दूसरों का भविष्य कैसे बता सकते है, इसलिए
वह आपके बारे मे सामान्य बातोँ से भविष्यवाणी की शुभारम्भ करते है जैसे कि आप का
स्वभाव बहुत अच्छा है, या आपको बहुत क्रोध आता है, आप दोस्त बहुत बनाते है अथवा कम, आप तो सभी को पसन्द करते है पर आपको कम
ही लोग पसन्द करतेँ है, आपके काम होते होते रह जाते है, आपकी कोई सुनता ही नहीँ है, आपको समझना आसान नहीँ है, आप सबकी मदद करते है इत्यादि बाते है
जो ज्योतिषी कहता जाता है और आप उसकी हाँ मे हाँ मिलाते जाते है खुश होकर कि कितना
ज्ञानी अन्तर्यामी ज्योतिषी है और साथ ही साथ अपने बारे मे भी उगलते जाते है। कुछ
बातोँ को आपने नकार भी दिया तो ज्योतिषी कह देगेँ कि आपकी जन्म की तारीख समय सही
नहीँ लग रहे है इस आधार पर आपसे कुछ पूछताछ होगी आपके भूतकाल की, आपके बारे मे जानकारी निकलवाने के लिए
एक बार वह मिल गई तो उसके बाद कुँडली भी
सही और ज्योतिषी तो.....!
प्रश्न
:- शिक्षा कैसी है/उच्च अध्ययन के योग है कि नहीँ/कोई रुकावट तो नहीँ है/कौन सा
क्षेत्र अच्छा रहेगा- मैडिकल या इँजिनियरिँग मेँ जा सकता है/योग है।
- हर माता-पिता बच्चो को अच्छी शिक्षा
देते है/प्रयास करते है बातचीत मेँ आपके I.Q का
और विषय से सम्बन्धित रुचि पता लग ही जाएगी। आपने पहले क्या पढ़ाई की है, अभी क्या करने की सोच रहे हैँ, कोई परीक्षा दी थी, उतीर्ण हुए या नहीँ क्या कमी रह गई, परिस्थिति आदि यह सब जानकारी आप स्वयं
ही दे देते है इस आधार पर आपकी योग्यता निश्चित हो जाती है यह सब जानने के पश्चात
आपको कुछ भी कह दिया जाएगा। 4
वर्ष से पहले कोई डिग्री पूर्ण नहीँ होती उसके पश्चात आपको सफलता मिले या न मिले
ज्योतिषी तो बहुत पीछे छूट गया।
प्रश्न
:- नौकरी मिलेगी कि नहीँ/सरकारी मिलेगी या प्राईवेट/नौकरी करुँ या व्यापार/किस
क्षेत्र से सम्बन्धित व्यापार सही रहेगा।
- अपनी शिक्षा, रुचि से सम्बन्धित जानकारी आप दे चुके
हैँ शिक्षा के किस क्षेत्र मे पढ़ाई की है यह भी बता ही देते है उस पर ही व्यक्ति
का कार्यक्षेत्र निर्भर करता है। अब सब कुछ ज्योतिषी के सामने है यह उसके स्वयं के
I.Q पर निर्भर करता है कि उसने आपको कितना
पहचाना है(ठग है तो अनुभव के आधार पर यह काम मुश्किल भी नहीँ होता) उसी आधार पर
आपको सलाह भी मिल जाएगी। यदि आपमे योग्यता हुई, तो
प्राईवेट नौकरी व व्यापार पक्के, यदि
नहीँ तो सरकारी नौकरी - वह मिलने से रही।
प्रश्न
:- क्या मेरे पास धन/वाहन/मकान/जमीन आदि होँगे - तो कब।
- इन सब की चाह किसे नहीँ होती है पाने
के लिए प्रयत्नशील भी रहता है। वैसे तो आपकी आर्थिक स्थिति ज्योतिषी को पता ही है
फिर भी कहा जाता है कि आपके पास धन तो बहुत आता है पर रुकता नहीँ है। सामान्य सी
बात है कि व्यक्ति की जयादातर कमाई घर के खर्च मे चली जाती है सामाजिक परिवेश के कारण अनावश्यक खर्च व्यक्ति
खुद कर देते हैँ इसके अलावा भी अन्य बहुत से कारण भी होते है। यदि आप अमीर हुए
अपने परिश्रम के कारण अथवा आप मे बचत करने की प्रवृति भी है तो कोई समय बता दिया
जाता है कि कब यह सब व्यक्ति के पास होगा और उस दिए गए समय तक नहीँ भी कर पाए तो
भी कोई विशेष नुक्सान तो होने से रहा व्यक्ति फिर किसी अन्य ज्योतिषी के पास जाएगा
कि पहले वाले की भविष्यवाणी तो सत्य नहीँ हुई।
प्रश्न
:- मैँ विदेश जाऊंगा या नहीँ/कब जाऊंगा/विदेश मेँ बसने के योग है।
- अब जाहिर है कि विदेश वही व्यक्ति जा
सकता है जिसके पास इसकी पूर्ति के लिए सँसाधन भी उपलब्ध होँ और वह अपने इस
उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रयासरत भी होगा ही। अब इस एक प्रश्न मे ही व्यक्ति ने
बहुत सी छुपी हुई जानकारी ज्योतिषी को दे दी जैसे कि उसकी शिक्षा, धन, पारिवारिक
पृष्ठभूमि आदि फिर कोई समय बता दिया जाएगा तुक्क लग गया तो ठीक नहीँ तो अगला
ज्योतिषी जिन्दाबाद।
प्रश्न
:- मेरा विवाह कब होगा/पत्नी कैसी मिलेगी/स्वभाव कैसा होगा/नौकरी वाली मिलेगी कि
नहीँ(स्त्री के लिए पत्नी के स्थान पर पति कर देँ)।
- विवाह एक सामाजिक व्यवस्था है जीवनसाथी
सभी अच्छा ही चाहते हैं सुन्दर सुशील शिक्षित, स्वभाव
अच्छा हो दोष रहित हो(शूर्पणखा जैसी पत्नी और कंस जैसा पति किसको चाहिए) और हमारी
परिस्थितियाँ कुछ ऐसी है कि पति/पत्नी दोनो कमाते हो तो बहुत अच्छा। कुछ बातेँ आप
पहले बता चुकेँ है, और आपकी आयु, स्वभाव, व्यक्तित्व,
शारिरिक स्वरुप सब ज्योतिषी के सामने
होता है इसलिए जो बातेँ बताई जाएगीँ वह भविष्यवाणी न होकर समान्य ज्ञान होता है।
जैसे कि स्वभाव मे भिन्नता रहेगी, क्रोध
बहुत रहेगा, तुनकमिजाज सास बहु की कम बनेगी
आदि बाकि मंगल दोष विषकन्या दोष आदि
अस्त्र तो हैँ ही।
प्रश्न
:- मेरा भाग्य उदय कब होगा/अच्छा समय कब आएगा।
- यदि आप निक्कमे है आलसी है और
भाग्यवादी तो होगेँ ही, तभी किसी ज्योतिषी के पास जाएगेँ इसलिए
आपको विवाह के पश्चात होगा यह उतर मिल सकता है। ज्यादातर को यही मिलता है या ज्योतिषी अनुमान
लगा कर कि अभी इसकी हालत ऐसी है तो इतने समय तक तो कुछ कर ही लेगा इस आधार पर कोई
सँख्या बता देगा - अब निक्कमा दामाद/पत्नी कौन चाहेगा इसलिए ससुराल वाले कुछ न कुछ
तो करेंगे ही, और माता-पिता भी - शादी हो गई तो कुछ
करना ही पङेगा जीवन यापन के लिए, उनके
प्रयास से लीजीए हो गया भाग्य उदय और यदि आप मेँ योग्यता हुई, तो शादी से पहले ! योग्य व्यक्ति की
आवश्यकता कहाँ नहीँ होती है नौकरी मिलते ही हो गया भाग्य उदय।
प्रश्न्:-
स्वास्थ्य कैसा रहेगा।
- इस प्रश्न मेँ भी आप कुछ अहम जानकारी
दे ही देते है जैसे कि मैँ कभी बीमार हुआ था या स्वास्थ्य ठीक नहीँ रहता है, क्या कब कैसे हुआ था। यदि नहीँ भी दी
है तब भी ज्योतिषी कुछ सामान्य बाते ही कहेगा या समान्य बीमारियाँ होने अथवा उनसे
बचने की सलाह देता है और कोई समय बता देगा कि यह समय स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीँ
रहेगा। बीमारियाँ बता कर तो आती नहीँ है तो बताए गए उस समय पर भी बीमार हो सकतेँ
है इत्फाक से या मौसम के प्रभाव के चलते कारण चाहे जो भी हो मामूली सर्दी जुकाम
होने पर भी ज्योतिषी की भविष्यवाणी को सही मान लिया जाता है।
प्रश्न
:- सन्तान कब होगी/योग कब बनेगा।
- यह प्रश्न केवल वही व्यक्ति करेगेँ
जिनको कि कोई सन्तान नहीँ है पहले व्यक्ति डाक्टर बैद्य हकीम इत्यादि से इलाज करवा
चुकेँ होगेँ। क्योँकि सन्तान न होने का कारण बायोलोजिकल होते है इसलिए समस्या भी
शारिरिक ही होती है यदि समस्या गम्भीर नहीँ है तो कुछ समय के इलाज से सन्तान भी हो
ही जाती है फिर चाहे ज्योतिषी द्वारा बताए गए उपाय - गोपाल सहस्त्रनाम या किसी
उपाय के कारण हुई मान ली जाए और ज्योतिषी यह बात तो पूछते ही है कि डाकटर ने क्या
कहा मेडिकल रिपोर्ट क्या कहती है आदि। अब यह बाते पता लगने के बाद यदि सन्तान
प्रतिबन्धक योग उत्पन्न हो जाए तो आश्चर्य नहीँ।
प्रश्न
:- मेरी आयु कितनी है।
- वैसे तो यह प्रश्न व्यक्ति पूछते नहीँ
है और ज्योतिषी इस प्रश्न का उतर देते भी नहीँ है पर यदि कोई पूछ ले तो उतर मेँ
पूर्ण आयु बता दी जाती है -70, 80, 90
वर्ष। अब यदि कोई बताए गए वर्ष पार कर गए तो ज्योतिष और ज्योतिषी दोनो की वाह वाही
अगर कोई उस से पहले ही भगवान को प्यारे हो जाएँ तो....! आप स्वय्ँ ही विचार करेँ।
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